
मानो चकमकाके,
सारी दुनिया को एक ही झपक मे
निहार लेना चाहती हों |
बाहें,
मानो छटपटा के,
सारी दुनिया की खुशियाँ
बटोर लेना चाहती हों |
मुस्कुराहट,
मानो जागनागाके,
सारी दुनिया का आकर्षण
पा लेना चाहती हों |
आवाज़,
मधु छलका के,
सारी दुनिया को
डूबा देना चाहती हो |
दो महीने की हो तुम,
क्या कोई परी हो,
और सबको अपना गुलाम बना लेना चाहती हो?
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